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Showing posts from October, 2019

प्रेम के दीये जलाते हैं

है रीत सुहावन, प्रीत मनभावन..... एक सुन्दर रस्म निभाते हैं..... चलो प्रेम के दीये जलाते हैं | घृणा, द्वेष, अह्म का दोष मिटाकर...  चीत में  नया मलंग जगाकर... नफ़रत की अंधियारे को दुर भगाते हैं... चलो प्रेम के दीये जलाते हैं ...||| है दिन ये पावन, उत्सव सुहावन.... एक कृतग्य करम निभाते हैं... कुछ पुष्प् शहीदो के चरणो पर , हम कर्जदार चढ़ाते हैं... चलो प्रेम के दिये जलाते हैं... क्या हम हिंदू, क्या तुम मुस्लिम... इक होकर हम भारत को अमर बनाते हैं... चलो प्रेम के दिये जलाते हैं... जो भुखे हैं, उन्हें भोजन के, कुछ निवाले खिलाते हैं... कुछ टूटे घरो में सृजन का, अद्भुत अलख जगाते हैं.. चलो प्रेम के दीये जलाते हैं... Happy Diwali 

दिल में बहुत कुछ है कहने को..

मेरा दिल तुझसे कुछ कहना चाहता है ..... होंट है सिले सिले .... पर दिल में इक उफ़ान है.. मैं ना कुछ कह पा रहा, तुम भी चुप हो... मगर अन्दर हलचल मचाये ,ये इश्क़ बड़ा बेइमान है... कहने को तो मैं जिगरा शेर हूँ... पर ना जाने तेरे सामने क्युन कापते जुबान है... होंट है सिले सिले .. पर दिल में उफ़ान है.. आँखो आँखो से ही क्यों ना तुम, मेरे लब्ज को पहचानती हो ... मैं हूँ तेरा, तुम हो मेरी, ये बातें क्युन ना जानती हो क्या इश्क़ के दिदार को लफ़्जो की दरकार है.. होंट है सिले सिले.. पर दिल में उफ़ान है.. ये मैं जानता हूँ, की तुझसे ना मैं कह पाउंगा . खुद के जज्बातो को अंदर ही अन्दर दफ़नाउंगा.. पर क्या तुम मुझको नहीं पहचानती हो .. मेरे दिल में तेरे लिये क्या है, क्या तुम सच में नहीं जानती हो .. कह भी दो अब की मैं जान चुकी हूँ, तुझको ही बस अपना मान चुकी हूँ,... फ़िर क्यों लफ़्जो पर इतबार करे हम.. चल आ आँखो ही आँखो से प्यार करे हम.. हम मुहब्बत की ऐसी इबादत लिखेंगे... जो कोई ना लिख पाया, ऐसी आयत लिखेंगे.. ऐसा अफ़साना, की याद करे जमाना.. हम मुहब्बत ऐसा यार करेंगे होंट है सिले सिले.. पर दि...

बापू1

मन है व्याकुल, कहने को आतुर... सुनना बापू बड़े ध्यान से.. बदल रहा है लोगो की मनस्थिति .. खेल रहे सब भारत की आन से.. जान के लालायित सारे, क्या जान का कोई मोल नहीं  ? दुजो को कहते गलत ,खुद को सही.. क्या न्याय का दस्तुर यही? पहन के सारे बापू तेरे वेष.. मन में रखकर गुस्सा और द्वेश.. बदल रहे हैं संस्कृति हमारी.. बदल रहे हैं प्यारा परिवेश.. भ्रष्टाचारी खुद को कहते साधु... हत्यारे हो रहे निष्पाप हैं.. जिससे जानी जाती थी अस्मिता हमारी... वो सारे बाबा अभिशाप हैं ... वेशभूषा हैं गांधी सी, पर हैं गोडसे के आवेश में.. बदल रहे व्यवहार सभी के गांधी जी के देश में .. #HappyGandhiJayanti 

मेरे महबूब हो तुम

श्रद्घा तुझमे सिन्हेश्वर धाम की.. रसगुल्ला शिव आदर्श की हो तुम गुरूड़ तुझमे साहुगढ सी.. कॉलेज चौक की शाम हो तुम शोर तुझमे कर्पूरी चौक सा... सुभाष चौक की जाम हो तुम चाय तुम थाना चौक की... मस्जिद चौक की खुमार हो तुम तुम आशीष महादेव की... दुर्गा जैसी स्वाभिमान हो तुम सादगी तुझमे पुरानी बाजार सी... प्रेम की मल्हाड़ हो तुम आकर्षण तुझमे कृष्ण की बाँसुरी सी ... जीवन की पतवार हो तुम तुम सरस मखमल जैसी.. साँसो की रफ्तार हो तुम

राधा कृष्ण

मोहन मोहन खोज रही है राधा... भोर गयो तुम, रात भयो... अब तक लौट कर आयो ना मोरा कान्हा... मोहन मोहन खोज रही है राधा... भयो कुपित क्यों हमसे छलिया... तोरे बिन रास आवे ना ये पुष्प्, ये कलिया.. बि...

BIHAR FLOOD

जब कभी भी मुंबई या केरला में बाढ़ जैसी त्रासदी आती है तो सारा देश मदद के लिए आगे आता है, लोग social media पर अपने status पर #HelpMumbai, #HelpKerla जैसी मुहिम चलाते हैं लेकिन बात जब बिहार की आती हो तो ऐसी चुप्पी क्य...